Posts

Padmavath, Simhal dweep Khand 06 | हीरामनि देइ बचा कहानी । चला जहाँ पदमा...

Image

Lanka kand 49, Sri Ram Charit Manas | परिहरि बयरु देहु बैदेही । भजहु कृप...

Image

Padmavath, Simhal dweep Khand 05 | राजै कहा दरस जौं पावौं । परबत काह, गग...

Image

Lanka kand 48, Sri Ram Charit Manas | निसा जानि कपि चारिउ अनी। आए जहाँ क...

Image

Padmavath, Simhal dweep Khand 04 | तहाँ देखु पदमावति रामा । भौंर न जाइ, ...

Image

Lanka kand 47, Sri Ram Charit Manas | सकल मरमु रघुनायक जाना। लिए बोलि अं...

Image

Padmavath, Simhal dweep Khand 03 | सो गढ़ देख गगन तें ऊँचा। नैनन्ह देखा, ...

Image

Lanka kand 46, Sri Ram Charit Manas | प्रभु पद कमल सीस तिन्ह नाए । देखि ...

Image

Padmavath, Simhal dweep Khand 02 | तू राजा जस बिकरम आदी । तू हरिचंद बैन ...

Image

Lanka kand 45, Sri Ram Charit Manas | महा महा मुखिआ जे पावहिं । ते पद गह...

Image

Padmavath, Simhal dweep Khand 01 | पूछा राजै कहु गुर सूआ । न जनौं आजु कह...

Image

Lanka kand 44, Sri Ram Charit Manas | जुद्ध बिरुद्ध क्रुद्ध द्वौ बंदर। र...

Image

Sri Rama Raksha Stotram, 26 | रामं लक्ष्मण पूर्वजं रघुवरं सीतापतिं सुन्द...

Image

Lanka kand 43, Sri Ram Charit Manas | भय आतुर कपि भागन लागे। जद्यपि उमा ...

Image

“चुप नहीं हैं ईश्वर” में सामाजिक यथार्थ

  “ चुप नहीं हैं ईश्वर ” में सामाजिक यथार्थ अचार्य. एस.वी.एस.एस. नारायण राजू   साहित्य सृजन की समकालीनता (ईश्वर करुण अभिनंदन ग्रंथ) ISBN No. 978-81-7965-343-2 तक्षशिला प्रकाशन, नई दिल्ली. प्रकाशन वर्ष : 2022   चुप नहीं हैं ईश्वर में कवि अपने कविता द्वारा सामाजिक परिवेश में स्थित विषमता को व्यक्त करने की कोशिश करते है. आतंकवाद एक विश्वव्यापी समस्या बन गयी है । जिसकी जड़े कई देशों में फैलती आ रही है. आतंकवादियों को क्रांतिकारी कहलाना गलत होगा , क्योंकि ये आतंकवादी समस्याओं के समाधान करने के बजाय उनका फायदा उठाते हैं और समाज में दहशत फैलाने के लिए मक्सद की तलाश करते हैं, यथा   " आतंकवादियों का जनहित में कोई कारण नहीं होता है. अल - खायदा कोई प्रादेशिक स्वाधीनता के नाम पर आतंक फैलाते है , नक्सलवादी तो कोई इन आतंकवादी हमलों का फायदा उठाते हुए किसी धार्मिक समुदाय पर आतंक फैलाते हैं , इन के मनसूबे कुछ भी हो पर उसका नुक्सान सिर्फ सामान्य औरत बच्चे और पुरूषों को ही होता है और समाज में दहशत फैलाता हैं." (1) ' बेनजीर ' नामक कविता में ईश्वर करुण कहते हैं कि

Sri Rama Raksha Stotram, 25 | रामं दूर्वादलश्यामं पद्माक्षं पीतवाससम् । ...

Image

Lanka kand 42, Sri Ram Charit Manas | राम प्रताप प्रबल कपि जूथा। मर्दहिं...

Image

Sri Rama Raksha Stotram, 20, 21 | आत्त सज्ज धनुषाविषुस्पृशा-वक्षयाशुग नि...

Image

Lanka kand 41, Sri Ram Charit Manas | कोट कँगूरन्हि सोहहिं कैसे। मेरु के...

Image

Sri Rama Raksha Stotram, 16 | आरामः कल्पवृक्षाणां विरामः सकलापदाम् । अभि...

Image

Sri Rama Raksha Stotram, 15 | आदिष्टवान्यथा स्वप्ने रामरक्षामिमां हरः । ...

Image

Sri Ramcharitmanas, Ayodhya kand 50 | अस बिचारि उर छाड़हु कोहू । सोक कलं...

Image

Sri Rama Raksha Stotram, 13,14 | जगज्जैत्रैक मन्त्रेण रामनाम्नाभि रक्षित...

Image

Sri Ramcharitmanas, Ayodhya kand 49 | एक बिधातहि दूषनु देहीं। सुधा देखाइ...

Image

Sri Rama Raksha Stotram, 12 | रामेति रामभद्रेति रामचन्द्रेति वा स्मरन्। ...

Image

Sri Ramcharitmanas, Ayodhya kand 48 | का सुनाइ विधि काह सुनावा। का देखाइ...

Image

Sri Rama Raksha Stotram, 11 | पाताल भूतल व्योम चारिणश्छद्म चारिणः न द्रष...

Image

Sri Ramcharitmanas, Ayodhya kand 47 | मिलेहि माझ बिधि बात बेगारी । जहँ त...

Image

Sri Rama Raksha Stotram, 9,10 | जानुनी सेतु कृत्पातु जङ्घे दशमुखान्तकः ।...

Image

Sri Ramcharitmanas, Ayodhya kand 46 | धन्य जनमु जगतीतल तासू । पितहि प्रम...

Image

Sri Rama Raksha Stotram, 7,8 | करौ सीतापतिः पातु हृदयं जामदग्न्यजित् । म...

Image

Sri Ramcharitmanas, Ayodhya kand 45 | अजसु होउ जग सुजसु नसाऊ। नरक परौं ब...

Image

Sri Rama Raksha Stotram, 5,6 | कौसल्येयो दृशौ पातु विश्वामित्र प्रियः श्...

Image

Sri Ramcharitmanas, Ayodhya kand 44 | अवनिप अकनि रामु पगु धारे। धरि धीरज...

Image

Sri Rama Raksha Stotram, 2,3,4 | ध्यात्वा नीलोत्पलश्यामं रामं राजीव लोच...

Image

Sri Ramcharitmanas, Ayodhya kand 43 | रहसी रानि राम रुख पाई । बोली कपट स...

Image