जय जवान
जय जवान
मिलाप, 26 जुलाई 1999
प्रो. एस.वी.एस.एस. नारायण राजू
अब आ
गया समय,
एकत्रित
होने का,
सब
भेद-भाव भूलकर,
रहना
है हमारे
जवानों
का साथ।
सबक
सिखाना है,
पापी पाकिस्तान
को।
बोलते
हैं एक।
करते
हैं एक।
मारते
हैं हमारे भाइयों को
अमानुषिक
ढंग से।
अब
समय आ गया,
कर
देना है दो भाग,
पापी ‘पाक’ को।
इस
समस्या का
यही
शाश्वत समाधान।
खेद
की बात यह है कि
यहाँ
कुछ स्वार्थी राजनीतिज्ञ
अपनी
भलाई के लिए
पहले
किया था देश का नाश
अपने
व्यक्तिगत नाम के लिए,
उनके
वारिस भी अब तैयार हैं,
उसी
रास्ते पर।
अब
समय आ गया।
भारतीय
जनता में,
एकता
भाव लाने का।
पहले
पहल जीतना है युध्द में।
इसके
लिए साथ हैं
सौ
करोड़ भारतवासी
इसमें
शामिल नहीं
सिर्फ
देशी नामी विदेशी,
कोई
परवाह नहीं,
सारा
हिंदुस्तान
अपने
जवानों के पीछे हैं।
हे
जवान
तुम
भारती माँ के सुपुत्र हो।
हम सब
साथ हैं।
अब
समय आ गया।
तुम
वहाँ रक्षा करो।
हम सब
तैयार हैं
यहाँ
एकत्रित होकर
रक्षा
करेंगे ‘भारतीयता’ की।
जय
जवान
जय
जवान