आदर्श राज्य
आदर्श
राज्य
प्रो. एस.वी.एस.एस. नारायण राजू
दक्षिण समाचार, 13 माई,1998
आजादी के पचास बरस बीत गये,
देश के नव निर्माण के
सपने रीत गये,
आतंकवाद की जड़े
मजबूत हुई,
राजनीतिज्ञों की
स्वार्थ – लिप्सा बढ़ती गयी
पीड़ित और दलित जनता
की आबादी बढ़ी,
अशांति और आंदोलनों
का राज चल रहा,
ममता और मानवता का
मूल्य घट रहा।
आदर्श राज्य की
स्थापना करने हम सबको,
आपसी भेद-भाव को
भुलाना चाहिए,
अपने कर्त्तव्यों का
पालन करना चाहिए,
एकता की जड़ें मजबूत
करनी चाहिए,
अशिक्षा, अस्पृश्यता
और आंदोलनों से मुक्त
एक मानव-समाज को
निर्मित करना चाहिए